Tuesday, December 27, 2011

क्रान्ति कै बाटोमा उठौ है साथी

  क्रान्ति कै बाटोमा उठौ है साथी !
जन्मे कै माटोमा उठौ है साथी !

मेटेका छैनन हिजोका रगत्,
रगत् कै टाटोमा उठौ है साथी !

अन्यायी मास्दा कोही मर्यौ भने
मर्ने कै साटोमा उठौ है साथी !

छोए पेट एया दुख्छ नि धेरै
गानो कै गाँठोमा उठौ है साथी !

कोही लेख्दै कथा,अन्यायी प्रथा
आ-आफ्नै पाटोमा उठौ है साथी !

चिसो छ मौसम शरीर नाङ्गै
धर्ती कै तातोमा उठौ है साथी !

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