Monday, March 5, 2012

तन तन तनै जल्यो!


तन तन तनै जल्यो!
मन मन मनै जल्यो!
हिजो भन्दा आज धेरै
झन झन झनै जल्यो !


भाको आँशु झर्दै सुक्यो  
जहाँ छोयो त्यहीँ दुख्यो 
मन बाँध्न हेर्यो पारी
बन बन बनै जल्यो  !

तन संगै मन संगै
जल्यो सबै रन बन
सुन्य हुँदा जाय जेथा
धन धन धनै जल्यो!


निभाउन खोजेँ कति
सक्यो आँशु भए जति
नदेखिने भित्री ज्वाला
दन दन दनै जल्यो !


तन तन तनै जल्यो!
मन मन मनै जल्यो!
हिजो भन्दा आज धेरै
झन झन झनै जल्यो!

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